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Wednesday, March 30, 2011

"शमशेर शताब्दी समारोह " संपन्न



शमशेर बहादुर सिंह
शमशेर की रचनात्मकता का लक्ष्य है - अपने आपको देख पाना। इनकी 'बात -बोलेगी' कविता इस तथ्य का उदाहरण है -



बात बोलेगी

हम नही

भेद खोलेगी

बात ही।

सत्य का

क्या रंग

पूछो,एक रंग

एक जनता का दुःख एक

हवा में उड़ती पताकायें अनेक

दैन्य दानव । क्रूर स्थिति ।

कंगाल बुद्धि : मजदुर घर भर

एक जनता का अमर वर :

एकता का स्वर

अन्यथा स्वातंत्र इति।






                       एवं                     

के संयुक्त तत्वावधान में
"शमशेर शताब्दी समारोह " 

"शमशेर शताब्दी समारोह चित्रावली"

Get your ओवन
मार्च ३० समशेर शताब्दी की चित्रावली 

 "शमशेर शताब्दी समारोह " की स्थूल रूप से रिपोर्ट यहाँ पढी जा सकती है! 

"शमशेर शताब्दी समारोह "


 मार्च ३१ समशेर शताब्दी की चित्रावली

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